Cibil Default Loan: वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए कभी-कभी लोन लेना अनिवार्य हो जाता है। लेकिन जब आप लोन की किस्तों का समय पर भुगतान नहीं कर पाते, तो आप ‘डिफॉल्टर’ बन जाते हैं। इससे आपका क्रेडिट स्कोर गिर जाता है और भविष्य में लोन लेना मुश्किल हो जाता है। हालांकि, खराब सिबिल स्कोर होने के बावजूद, आपके पास कई विकल्प हैं।
डिफॉल्टर क्या है?
जब कोई व्यक्ति लगातार अपने लोन की किस्तों का भुगतान नहीं करता, तो उसे ‘डिफॉल्टर’ कहा जाता है। इससे उसका क्रेडिट स्कोर कम हो जाता है और बैंक उसे आगे लोन देने से इनकार कर देते हैं।
सह-आवेदक के साथ लोन लें
यदि आपका क्रेडिट स्कोर खराब है, तो किसी अच्छे क्रेडिट स्कोर वाले मित्र या रिश्तेदार के साथ मिलकर लोन के लिए आवेदन करें। इससे बैंक का जोखिम कम होता है और आपको लोन मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
संपत्ति गिरवी रखकर लोन लें
यदि आपके पास घर, जमीन या वाहन जैसी कोई संपत्ति है, तो उसे बैंक में गिरवी रखकर सुरक्षित लोन ले सकते हैं। बैंक जोखिम से बचना चाहता है, इसलिए संपत्ति गिरवी रखने पर आपको आसानी से लोन मिल जाएगा।
गोल्ड लोन का विकल्प
अगर आपके पास सोना है, तो उसे गिरवी रखकर गोल्ड लोन ले सकते हैं। गोल्ड लोन में क्रेडिट स्कोर की जरूरत नहीं होती। बैंक और गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थाएं सोने के आधार पर ही लोन देती हैं।
निवेश के खिलाफ लोन
यदि आपने शेयरों, म्युचुअल फंडों या बीमा पॉलिसियों में निवेश किया है, तो इन्हें गिरवी रखकर भी लोन ले सकते हैं। बैंक और वित्तीय संस्थाएं इन निवेशों को सुरक्षा के रूप में स्वीकार करते हैं।
याद रखें, इन विकल्पों से लोन लेने से पहले उनकी लागत और शर्तों को अच्छी तरह समझना महत्वपूर्ण है। साथ ही, अपने क्रेडिट स्कोर को सुधारने पर भी ध्यान दें ताकि भविष्य में आपको लोन लेने में आसानी हो। डिफॉल्टर होने का मतलब यह नहीं है कि आप कभी लोन नहीं ले सकते। इन विकल्पों की मदद से, आप अपनी वित्तीय जरूरतों को पूरा कर सकते हैं और साथ ही अपनी वित्तीय स्थिति को भी सुधार सकते हैं।