Loan Default: अक्सर लोग अपनी जरूरत पूरी करने के लिए लोन का सहारा लेते हैं और बाद में धीरे-धीरे EMI में इसका भुगतान करते हैं लेकिन किसी कारण लिए हुए लोन का आप EMI नहीं भर पाते हैं तो लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इसलिए जब कभी आप लोन लेने के बारे में सोच तो कुछ तैयारी करके सोचे.
जीवन में जब कभी ऐसी स्थिति आती है जब हम लिए हुए लोन की ईएमआई नहीं चुका पा रहे हैं तो ऐसे में आपको बहुत परेशानी हो सकती है. लेकिन इसे आपको बिल्कुल चिंतित होने की जरूरत नहीं है. क्योंकि इससे आपके पास कई अधिकार होते हैं. तो आईए जानते हैं इससे जुड़े आपके 5 अधिकार के बारे में.
आपकी बातें सुन जाने का अधिकार
अगर किसी कारण आप लिए हुए लोन का EMI नहीं चुका पा रहे तो बैंक को आपके साथ संवाद करने का अधिकार होता है. और आपको अपनी समस्या बैंक के सामने रखने का अधिकार होता है और बैंक को इस पर विचार करना पड़ता है.
लोन रिकवरी एजेंट डरा धमका नहीं सकता
हालांकि जरूर लोन रिकवरी एजेंट का काम लोन की वसूली करना होता है मगर वह आपको डरा धमका के लोन की रकम वसूल नहीं कर सकता. आप की स्वतंत्रता और मानसिक शांति का सम्मान करते हुए उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि वह अपने व्यक्तिगत जानकारी का सम्मान करें और समुचित समय पर आपके साथ बात करें या संपर्क करे.
पहले बैंक भेजता है रिमाइंडर
अगर किसी कारण आप लोन का EMI नहीं चुका पा रहे हो तो बैंक आपको लोन के बारे में स्थिति के बारे में आपको अद्यतित करता है और आपको कुछ समय देता है आपकी आर्थिक स्थिति संभालने के लिए.
आप नीलामी की कीमत को दे सकते हैं चुनौती
अगर किसी कारण आपकी संपत्ति की बैंक में नीलामी कर दी है तो आप उसे कीमत को चुनौती दे सकते हैं अगर आपको लगता है कि आपकी संपत्ति की कीमत काम ठहरे गई है तो आप न्यायिक आदेश के लिए अपील कर सकते हैं और कीमत को चुनौती दे सकते हैं.
नहीं होगी जेल
भारतीय कानून अनुसार अगर आप लोन नहीं चुका पा रहे हैं तो इसकी सजा आपको जेल नहीं होगी अगर आपसे कर्ज नहीं चुका जा रहा है तो यह बैंक को स्वीकार करके उसे पर उचित कार्रवाई करनी होगी.