Rare Indian Notes: भारतीय मुद्रा के इतिहास में एक रोचक मोड़ आया है, जब दो अत्यंत दुर्लभ 10 रुपये के नोट लंदन में नीलामी के लिए पेश किए गए हैं। इन नोटों की विशेषता यह है कि इनकी उम्र 106 साल से अधिक है और इनकी अनुमानित कीमत 2.7 लाख रुपये तक पहुंच सकती है। यह घटना न केवल मुद्रा संग्राहकों के लिए रोमांचक है, बल्कि यह भारतीय इतिहास के एक अनजान पहलू को भी उजागर करती है।
इन दो अनमोल नोटों की कहानी बेहद दिलचस्प है। 25 मई 1918 को जारी किए गए ये नोट, बॉम्बे (अब मुंबई) से लंदन की यात्रा पर थे। उस समय, प्रथम विश्व युद्ध चल रहा था और समुद्री मार्ग खतरों से भरा हुआ था। दुर्भाग्यवश, 2 जुलाई 1918 को, जर्मन यू-बोट ने उस जहाज को डुबो दिया जिसमें ये नोट सहित कई अन्य सामान थे।
हालांकि, जहाज के मलबे में से कई नोट, विशेष रूप से 5 रुपये, 10 रुपये और 1 रुपये के नोट, समुद्र के किनारे तक तैरकर आ गए। अधिकांश नोटों को बाद में नष्ट कर दिया गया और उनकी जगह नए नोट छापे गए, लेकिन कुछ नोट लोगों के पास रह गए। इन दो विशेष 10 रुपये के नोटों में से एक ऐसा ही है, जो अब लंदन के नूनन्स मेफेयर नीलामी केंद्र में नीलाम किया जाएगा।
इन नोटों की अद्भुत बात यह है कि 106 साल बीत जाने के बावजूद, ये बेहतरीन स्थिति में हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि शायद ये नोट बंडल के बीच में कसकर बंधे होंगे, जिससे समुद्र में भी खराब नहीं हुए। इसके अलावा, इन नोटों पर लगातार सीरियल नंबर लिखे हुए हैं, जो इनकी विशिष्टता और मूल्य को और बढ़ाता है।
यह घटना न केवल मुद्रा संग्राहकों के लिए आकर्षक है, बल्कि यह भारतीय इतिहास और उपनिवेशवाद के दौर में भारत-ब्रिटेन संबंधों पर भी प्रकाश डालती है। एक छोटे से नोट में, हम युद्ध, व्यापार, और सांस्कृतिक आदान-प्रदान की एक बड़ी कहानी देख सकते हैं। इस तरह, ये 106 साल पुराने नोट न केवल धन का, बल्कि इतिहास का भी एक अनमोल खजाना बन गए हैं।